सेक्स हो या प्यार वो नहीं है सामाजिक नियमों के मोहताज
sanjay टुटेजा
नई दिल्ली। समलिंगी रिश्तों पर न तो वह शर्मसार हैं और न ही सामाजिक वर्जनाओं की उन्हें फिक्र है। उनके लिए तो आज का दिन जश्न का दिन है और नई उम्मीदों का दिन है । मानों उनके सपने साकार हो गये। समाज गाली देता है तो दे कम से कम कानून का तो सहारा मिल गया, शायद यही उनकी सबसे बड़ी जीत है। आपसी रिश्तों को लेकर सामाजिक नियम जो भी हों लेकिन सेक्स हो या प्यार, इस बारे में वह सामाजिक नियमों के मोहताज नहीं है। विपरीत सेक्स का आकर्षण उनके लिए बेमानी है तभी तो अपने भविष्य के सपने भी वह अपनी समलिंगी साथी की आंखों में देखते हैं। इस रिश्ते के बारे में पूछने पर वह यही बोलते है ‘चालू छ भई चालू छ हमरा मजा चालू छ’। समलेंगिक रिश्तों को लेकर आज खामोश रहने वाले लबों पर भी प्यार के तराने थे। आखों में मस्ती थी और चेहरों पर एक नई चमक। हाईकोर्ट के फैसले के बाद आज जब समलिंगियों के जोड़े प्यार के गीतों मे डूब कर राजधानी की सड़कों पर उतरे तो उनकी आंखों में न तो कोई शर्म थी और न ही उन्हें समाज का कोई डर था। मानों उनका रोम रोम रोमांचित था। हर ओर से बस यही आवाज उठ रही थी ‘देता है दिल दे, बदले में दिल के, न मांगू मैं सोना चांदी, न मांगू मैं हीरा मोती, ये मेरे किस काम के‘। अब तक अपने रिश्तों पर खुल कर बोलने से भी हिचकिचाने वाले समलिंगी जोड़ों की आंखें भी यही गीत गा रही थी ‘आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं’। जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में बीए की छात्रा जूही आज अपनी समलिंगी साथी कल्पना के साथ यह जश्न मनाने पहुंची। जूही का कहना था कि समाज तो किसी लड़के व लड़की के प्यार को भी मान्यता नहीं देता, फिर वह समाज की क्यों फिक्र करें। अब एक साथ जीने मरने की जो कसमें जो उन्होंने खाई हैं कम से कम अब कोई कानूनी रोड़ा इन कसमों को पूरा करने में नहीं आयेगा। उसकी साथी कल्पना ने भी जूही के स्वर में स्वर मिलाते हुए कहा हां, अब उन्हें एक साथ रहने से कोई नहीं रोक सकेगा। जूही और कल्पना ने जहां बेबाकी से दिल की बात कहीं वहीं सादिक और उपेन्द्र, नेहा और भारती, तथा अशोक और प्रियेश अपने दिल की बात कहने में शर्मा गये लेकिन उनकी आंखों ने उनकी दिल की बात बयां कर दी। कनाट प्लेस में ही एक फर्म में काम करने वाली अनुप्रीति भी अपनी एक महिला साथी के साथ वहां मौजूद थी, उनसे उनके रिश्ते के बारे में पूछा तो वहा मुस्कुरा कर गाने लगी ‘ चालू छ भई चालू छ हमरा मजा चालू छ’।
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